अपने जैसा
किसी से अपने जैसे होने की
उम्मीद मत रखिये,
क्योंकि आप अपने सीधे हाथ में किसी का सीधा हाथ पकड़ कर कभी नहीं चल सकते ।
किसी के साथ चलने के लिए
अपने सीधे हाथ में उसका उल्टा
हाथ ही पकड़ना पड़ता है,
तभी साथ चला जा सकता है ।
(आर.के.गुप्ता)
किसी से अपने जैसे होने की
उम्मीद मत रखिये,
क्योंकि आप अपने सीधे हाथ में किसी का सीधा हाथ पकड़ कर कभी नहीं चल सकते ।
किसी के साथ चलने के लिए
अपने सीधे हाथ में उसका उल्टा
हाथ ही पकड़ना पड़ता है,
तभी साथ चला जा सकता है ।
(आर.के.गुप्ता)
2 Responses
Suresh Chandra Jain
This is very true.
Very true.
Bas hamein yeh samajh me aa jaye toh sari problem hi …….