ज़रुरत / कृपा

कोठी में छप्पर नहीं तो ऊपर वाला छप्पर फाड़ कर कैसे देगा !

आचार्य श्री विद्यासागर जी

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5 Responses

  1. आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने ज़रुरत एवं कृपा का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में जरुरत होने पर ही कृपा अवश्य हो सकती है।

    1. भगवान छप्पर फाड़ कर देते हैं।
      यानी भगवान की कृपा उन्ही पर जो गरीब/ जरुरतमंद हों।
      समर्थों को तो भगवान पर श्रद्धा/ उनकी जरूरत ही नहीं तो भगवान की कृपा कैसे बरसेगी ?

  2. कोठी में छप्पर नहीं,
    तो भी छप्पर फाड़।
    अगर कृपा है ईश की,
    मिलता सोख्य अपार।।

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