श्री वर्णी जी ने दोष का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए अपने दोषों को त्याग करने का प़यास करना परम आवश्यक है। Reply
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श्री वर्णी जी ने दोष का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए अपने दोषों को त्याग करने का प़यास करना परम आवश्यक है।