नियति / भव्यत्व

नियति = समय की अपेक्षा काललब्धि।
भव्यत्व = अंतरंग क्षमता।
पर सिर्फ नियति/ नियतिवाद को मानना मिथ्यात्व है।

क्षु.श्री जिनेन्द्र वर्णी जी

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4 Responses

  1. नियति एवं भव्यत्व का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।

    1. कार्य की पूर्णता के लिए काललब्धि के साथ साथ भव्यत्वता भी महत्वपूर्ण है।

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