मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने पुरुष की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में पुरुष को अपनी महानता होना चाहिए। Reply
6 Responses
मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने पुरुष की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में पुरुष को अपनी महानता होना चाहिए।
Yahan par ‘शमन/ प्रवर्तन’ ka meaning clarify karenge , please ?
तीर्थंकरों को धर्म के प्रवर्तक कहते हैं। ऐसे ही गुणों का प्रवर्तन।
Yahan par ‘शमन’ ka meaning clarify karenge , please ?
प्रवर्तन का पर्यायवाची।
Okay.