ज़िंदगी जो “शेष” बची है, उसे “विशेष” बनाइये वरना उसे “अवशेष” बनने में देर नहीं लगेगी।
(डॉ. सविता उपाध्याय)
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4 Responses
उपरोक्त कथन सत्य है कि जिन्दगी शेष बची है उसे विशेष बनाइये वरना अवशेष बनने में देर नहीं लगती है। अतः जीवन के शुरुआती समय से विशेष बनने का प़यास करना परम आवश्यक है।
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उपरोक्त कथन सत्य है कि जिन्दगी शेष बची है उसे विशेष बनाइये वरना अवशेष बनने में देर नहीं लगती है। अतः जीवन के शुरुआती समय से विशेष बनने का प़यास करना परम आवश्यक है।
‘वरना उसे “अवशेष” बनने में देर नहीं लगेगी’ ka kya meaning hai, please ?
विशेष यानी पुण्यात्मा बनना, नहीं बने तो अधोगति यानी कुछ काम का शेष नहीं बचेगा।
Okay.