श्वासोच्छवास एक प्राण है।
किसकी श्वासोच्छवास ?
1. जो धन सम्पदा से भरा हो/ सुखी हो।
2. आलस्य से रहित हो।
3. निरोगी हो।
(प्राणायाम यानी प्राणों का आयाम (Periods)/ सही चले)
– इन 3 के अलावा, बाकी सब तो प्राणों का घात ही करते हैं।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (जीवकाण्ड- गाथा– 574)
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2 Responses
मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने व्श्रासोच्छवास का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।
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मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने व्श्रासोच्छवास का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।
Beautiful post. Namostu gurudev !