संम्प्रेषण
आप शिष्यों को अपने से इतनी दूर भेज देते हैं, उनसे संम्प्रेषण कैसे होता है ?
बिजली का खंभा कितनी भी दूर हो पर Connection* हो तो घर प्रकाशित होगा ना !
आचार्य श्री विद्यासागर जी
*गुरु आज्ञा/शिष्य की श्रद्धा
आप शिष्यों को अपने से इतनी दूर भेज देते हैं, उनसे संम्प्रेषण कैसे होता है ?
बिजली का खंभा कितनी भी दूर हो पर Connection* हो तो घर प्रकाशित होगा ना !
आचार्य श्री विद्यासागर जी
*गुरु आज्ञा/शिष्य की श्रद्धा
One Response
उक्त कथन सत्य है कि जिस प्रकार बिजली का खंभा कितनी भी दूर होकर अपने संम्पेषण से बिजली का कनेक्शन होकर घर घर प़काशित होने लगते हैं। इसी प्रकार आचार्य अपने शिष्यों को कितनी भी दूर भेज देते हैं लेकिन संम्प़ेषण से हर समाचार भेज देते हैं। इसका मुख्य कारण गुरु आज्ञा को शिष्य श्रद्वा पूर्वक अपनाते हैं। शिष्य अपनी आत्मा में गुरु को श्रद्वा पूर्वक बिठा लेते हैं,यही संम्प़ैषण है।