सत्संग
यदि व्यक्ति विवेकी है तो उसे सत्संग की क्या आवश्यकता ?
इस प्रश्न के ज़बाब में गुरु ने जानवरों को बाँधने वाले खूँटे को हिलाने को बोला ।
वह मज़बूत था, हिल नहीं रहा था, पर जानवरों का मालिक आया और उस पर हथौड़ा मारा, तब जानवरों को उससे बाँधा ।
रोजाना मालिक ऐसा ही करता था ।
कारण ?
आज तो खूँटा मज़बूत है पर जानवर उसे ढ़ीला न कर दें ।
(डॉ. अमित राजा)
One Response
जीवन में सत्संग होना आवश्यक है, चाहे वह कितना विवेकी ही हो।जीवन में कभी भी कोई समस्या हो तो समाधान के लिए सत्संग की आवश्यकता होती है।जो उदारण दिया गया है ,वह मालिक के कारण ही समाधान हो सका है।अतः जीवन में हर एक प़ाणी को सत्संग रखना चाहिए ताकि समस्यों का समाधान मिल सके।