पहले धर्म एक था, जाति कर्मानुसार अलग अलग होती थी ।
मुनि श्री सुधासागर जी
Share this on...
One Response
यह कथन सत्य है कि श्री आदिनाथ भगवान के समय धर्म एक ही था लेकिन जातियों का उल्लेख नहीं था।भगवान् ने कर्मानुसार जाति अलग अलग रखी गई थी जिसमे क्षत्रिय,वैश्य और कृषक का उल्लेख मिलता है।अतः चक़वर्ती भी अंतरजातीय विवाह करते थे लेकिन धर्म एक ही था।हालाँकि सभी भगवान् ज्यादातर क्षत्रिय हुए हैं।
One Response
यह कथन सत्य है कि श्री आदिनाथ भगवान के समय धर्म एक ही था लेकिन जातियों का उल्लेख नहीं था।भगवान् ने कर्मानुसार जाति अलग अलग रखी गई थी जिसमे क्षत्रिय,वैश्य और कृषक का उल्लेख मिलता है।अतः चक़वर्ती भी अंतरजातीय विवाह करते थे लेकिन धर्म एक ही था।हालाँकि सभी भगवान् ज्यादातर क्षत्रिय हुए हैं।