आचरण
आँखों की पूजा आज तक किसी ने नहीं की, सब चरणों की ही पूजा करते हैं।
यानी दृष्टि नहीं, आचरण पूज्य होता है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
आँखों की पूजा आज तक किसी ने नहीं की, सब चरणों की ही पूजा करते हैं।
यानी दृष्टि नहीं, आचरण पूज्य होता है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
4 Responses
आचार्य श्री विघासागर महाराज जी ने आचरण को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए आचरण होना परम आवश्यक है।
Yahan par ‘दृष्टि’ ka meaning clarify karenge, please ?
आँख/ नज़र।
Okay.