आत्म शुद्धि

शरीर/व्यक्ति तो सिर्फ तात्कालिक है पर पद त्रैकालिक होता है ।
शरीर मिट भी जाये तो चलेगा पर आत्मा भ्रष्ट मत होने देना ।

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4 Responses

    1. शरीर temporary है,
      positions long-lasting,
      आत्मा permanent.
      तो किसकी शुध्दि पर ज्यादा समय/efforts लगाने चाहिए ?

    1. जैसे शरीर की तुलना में आत्मा को ज्यादा महत्व देना चाहिए,
      ऐसे ही व्यक्ति की तुलना में पद(post) को.

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