आरम्भ

8 वीं प्रतिमाधारी (आरम्भ त्याग) 5 आरम्भ नहीं करता है –
1. चूल्हा → आहार देने के लिये भी नहीं
2. चक्की → आहार देने के लिये भी नहीं
3. बाल्टी → नहाने/ पीने के लिये भी नहीं
4. ओखली → कूटना नहीं
5. बुहारी → झाड़ू नहीं

निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी

Share this on...

4 Responses

  1. मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने आरम्भ का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः 8 वी प़तिमाधारी को उपरोक्त बातों का पालन करना परम आवश्यक है।

  2. 1)8 वीं प्रतिमाधारी kya chauka nahi laga sakta in absence of 1) and 2) above ?
    2)8 वीं प्रतिमाधारी नहाने/ पीने के लिये kya upyog karta hai ?

    1. 1) आरम्भिक हिंसा नहीं । श्रावक निमंत्रण देकर लेजाते हैं।
      2) अपनी बाल्टी आदि नहीं, सार्वजनिक बर्तन प्रयोग करते हैं ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives

January 27, 2024

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930