यह कथन सही है कि जिसने स्वयं की आत्मा को पहिचान कर श्रद्भा के भाव रखे हैं वह बन्द दरवाजे को तोडकर मोक्षमार्ग की ओर अग़सर हो सकते हैं। स्वयं की आत्मा को पहचानने के लिए धर्म से जुडना परम आवश्याकता है। Reply
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यह कथन सही है कि जिसने स्वयं की आत्मा को पहिचान कर श्रद्भा के भाव रखे हैं वह बन्द दरवाजे को तोडकर मोक्षमार्ग की ओर अग़सर हो सकते हैं। स्वयं की आत्मा को पहचानने के लिए धर्म से जुडना परम आवश्याकता है।