आहार संज्ञा

स्वर्ग और नरक में भोजन/मिट्टी बहुत बहुत काल के बाद खायी जाती है, तो आहार संज्ञा हर समय कैसे ?

आहार संज्ञा छ्ठवें गुणस्थान तक रहती है तथा अंतरंग कारण असाता वेदनीय कर्म का उदय/उदीरणा,
इन दोनों कारणों से उनके आहार संज्ञा हर समय रहती है ।

आर्यिका श्री विशुद्धमति जी – 24 ठाणा – 116

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