उपरोक्त कथन सत्य है कि उत्तम शौच की प्राप्ति,चौथे गुणस्थान की प्राप्ति का इशारा है, यानी सम्यग्दर्शन। अतः लाभ को छोड़ोगे तभी लोभ छूट सकता है। Reply
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उपरोक्त कथन सत्य है कि उत्तम शौच की प्राप्ति,चौथे गुणस्थान की प्राप्ति का इशारा है, यानी सम्यग्दर्शन। अतः लाभ को छोड़ोगे तभी लोभ छूट सकता है।