उम्मीद

हम गोबर से भी यही Expect करते हैं कि वह हमारे पैरों में न आये/ पैरों में न लगे,
मैं तो…अपना पैर नहीं बचाऊंगा ।

(एकता-पुणे)

Share this on...

One Response

  1. उम्मीद का मतलब भरोसा होना होता है। अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि अगर गोबर पैरों में न लगे, इसके लिए स्वयं बचाने के लिए उम्मीद या आशा रखना आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण करने में समर्थ हो सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives

January 27, 2021

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930