उलझन
उलझनों से कैसे निकलें ?
1. उलझन में उलझें नहीं ।
2. आचार्य श्री विद्यासागर जी कहते हैं – “उलझन” में से “उ” निकाल कर, समता का “स” लगा दें यानि “उलझन” “सुलझन” बन जाएगी ।
मुनि श्री प्रमाण सागर जी
उलझनों से कैसे निकलें ?
1. उलझन में उलझें नहीं ।
2. आचार्य श्री विद्यासागर जी कहते हैं – “उलझन” में से “उ” निकाल कर, समता का “स” लगा दें यानि “उलझन” “सुलझन” बन जाएगी ।
मुनि श्री प्रमाण सागर जी
One Response
आजकल हर प्राणी उलझन में फँसा रहता है, जिसके कारण जीवन को सही तरह से जी नहीं पाता है।
अतः उपरोक्त उदाहरण में उलझन से बचने के उपाय दिये गये हैं,
1 उलझन में उलझे नहीं।
2 आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि उलझन में उ निकाल, उसमें समता का स लगा देवे तो उलझन से सुलझन बन सकती है। अतः उलझन में पड़ने पर सुलझाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जीवन में सुधार हो सकता है।