कषाय
कर्मबंध में बड़े कारण मिथ्यात्व, अविरति, प्रमाद होते हैं तो कषाय को इतना बुरा क्यों माना जाता है ?
- पहले तीन कठिन हैं, कषाय पर अपनी पहुँच है ।
- ये पहले तीन, होते कषाय से ही हैं;
- दर्शन मोह से मिथ्यात्व,
चारित्र मोह से अविरति व प्रमाद । - कषाय बीज की तरह है – पेड़ के पहले बीज, पेड़ के बाद बीज ।