ख़ामोशी/ स्थिरता का भी अपना ही मज़ा है,
पेड़ों की जड़ें कभी फड़फड़ाया नहीं करतीं…
पत्ते फड़फड़ाते हैं तो सूख कर या टूट कर गिर ही जाते हैं।
🙏(मंजू)🌹
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उपरोक्त कथन सत्य है कि खामोशी का अपना ही मज़ा है, जेसे पेड़ों की जड़ कभी फड़फड़ाया नहीं करती है, जबकि पत्ते फड़फड़ाया है तो सूख कर टूट कर गिर जाते हैं। अतः जीवन में कभी फड़फड़ाने का प्रयास नहीं करना चाहिए ताकि जीवन में टूट या निराश नहीं हो सकतें हैं।
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उपरोक्त कथन सत्य है कि खामोशी का अपना ही मज़ा है, जेसे पेड़ों की जड़ कभी फड़फड़ाया नहीं करती है, जबकि पत्ते फड़फड़ाया है तो सूख कर टूट कर गिर जाते हैं। अतः जीवन में कभी फड़फड़ाने का प्रयास नहीं करना चाहिए ताकि जीवन में टूट या निराश नहीं हो सकतें हैं।