तीर्थंकर प्रक्रति
तीर्थंकर प्रक्रति का अनुभाग कभी कम और कभी ज्यादा तो बंधता है,पर उदय में कम या ज्यादा कैसे आएगा ?
बंधता तो कम ज्यादा है पर जब वे क्षपक श्रेणी चढ़ते हैं तो सत्ता में पड़ा हुआ अनुभाग बढ़कर उत्कृष्ट बन जाता है और 13 वें गुण स्थान पहुँचने पर उत्कृष्ट तीर्थंकर प्रक्रति का उदय लगातार आता रहता है ।
पं. रतनलाल बैनाडा जी