देवदर्शन
भगवान के दर्शन करते समय उनकी ओर पीठ नहीं होनी चाहिये
क्यों ?
1) भगवान का अपमान न हो
2) संसार को पीठ दिखाकर आने का प्रतीक है
जाते समय तो पीठ हो ही जाती है !!
यह भगवान से पीठ पर शाबासी/आशीर्वाद लेने का प्रतीक है।
गुरु मुनि श्री क्षमा सागर जी