पारिणामिक भाव

भवत्वादि पारिणामिक भाव हैं, आत्मा के स्वभाव नहीं ।
क्योंकि 13वें गुणस्थान में भवत्व छूट जाता है ।
कुछ आचार्यों ने तो 14वें गुणस्थान में जीवत्व के भी छूटने को माना है ।

मुनि श्री सुधासागर जी

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