पुदगल का उपकार

सुख और जीवन तो पुदगल का उपकार है पर दु:ख और मरण उपकार कैसे हुये ?

दु:ख और मरण, विरक्ति के कारण होने से, ज्ञानी जनों को ये प्रिय होते हैं ।

तत्वार्थ सुत्र टीका – पं. कैलाशचंद्र जी

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