धर्म
‘धर’ मतलब है रखना और ‘म’ मतलब है में ।
जब हम स्वयं को स्वयं में रखना शुरु कर देते हैं तो वहां से हम धर्म में प्रवेश कर जाते हैं ।
(कु. अज्ञा खुर्देलिया)
‘धर’ मतलब है रखना और ‘म’ मतलब है में ।
जब हम स्वयं को स्वयं में रखना शुरु कर देते हैं तो वहां से हम धर्म में प्रवेश कर जाते हैं ।
(कु. अज्ञा खुर्देलिया)