बंधन
रस्सी आदि से बंधे हों तो, तोड़ने की कोशिश करते हैं,
पर अद्रश्य बंधनों (मोहादि) को तोड़ने की कोशिश ही नहीं करते ।
चिंतन
रस्सी आदि से बंधे हों तो, तोड़ने की कोशिश करते हैं,
पर अद्रश्य बंधनों (मोहादि) को तोड़ने की कोशिश ही नहीं करते ।
चिंतन
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3 Responses
Yahi to jeevan ka satya hai..Jo isase samajh gayaa usaki life bahut beautiful hoti hai..
This is very true; adrashya bandhanon jaise mohaadi bandhanon se mukta honge, tabhi aapaka kalyaan hoga.
यह कथन बिलकुल सही है कि बन्धन जन्म से मिलते रहते हैं जब की मरने के बाद बन्धन समाप्त हो जाते हैं लेकिन सम्बन्ध जो हमेशा कायम रहते हैं, वह सम्बन्ध भगवान् से रहते हैं अतः भगवान् से सम्बन्ध बनाओ जो आपका कल्याण कर सकेंगे।