बंध / सत्व / उदय

उदय में सत्व है भी और नहीं भी ।
बंध और उदय एक साथ नहीं होते ।
उदय पूर्वक ही क्षय होता है जैसे मतिपूर्वक श्रुतज्ञान ।
उदयावली में भी कर्म सत्व में रहते हैं ।

आचार्य श्री विद्यासागर जी

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