भूतार्थ
भूतार्थ यानि सच्चा !!
जैसे व्यवहार नय की अपेक्षा व्यवहार नय का विवेचन भूतार्थ है और निश्चय नय का अभूतार्थ, ऐसे ही विपरीत समझना ।
पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
भूतार्थ यानि सच्चा !!
जैसे व्यवहार नय की अपेक्षा व्यवहार नय का विवेचन भूतार्थ है और निश्चय नय का अभूतार्थ, ऐसे ही विपरीत समझना ।
पं. रतनलाल बैनाड़ा जी