आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी का मोक्षमार्ग का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। मोक्षमार्ग के लिए रत्नत्रय धारण करने वाले ही आगे बढने में समर्थ होते हैं। Reply
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आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी का मोक्षमार्ग का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। मोक्षमार्ग के लिए रत्नत्रय धारण करने वाले ही आगे बढने में समर्थ होते हैं।
Is post me, ‘रुकना’ ka kya meaning hai, please ?
टिके रहना।
जिस पथ पर तुम चल रहे,
करें न उसका त्याग।
ठोकर खाते वो जन,
जाते बीच से भाग।।
Okay.