प़भु से इतनी शक्ति नहीं चाहिये कि गुणो की खेती लहराऐ बल्कि इतनी शक्ति चाहिये कि अपने अवगुणो को साफ कर सकू।भगवान की यही सच्ची भक्ती होगी। Reply
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प़भु से इतनी शक्ति नहीं चाहिये कि गुणो की खेती लहराऐ बल्कि इतनी शक्ति चाहिये कि अपने अवगुणो को साफ कर सकू।भगवान की यही सच्ची भक्ती होगी।