शुद्ध / विशुद्ध
शुद्ध शब्द का प्रयोग चीजों के लिये जैसे कपड़े, शरीर, भोजन ।
विशुद्ध चीजों का प्रयोग भावों के लिये ।
मुनि श्री सुधासागर जी
शुद्ध शब्द का प्रयोग चीजों के लिये जैसे कपड़े, शरीर, भोजन ।
विशुद्ध चीजों का प्रयोग भावों के लिये ।
मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
विशुद्ध का तात्पर्य कषाय की मंदता का होना है।
मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कि शुद्ध शब्द का प्रयोग चीजों के लिए किया जाता है, जैसे कपड़े,शरीर, भोजन आदि, जबकि विशुद्ध का प्रयोग भावों के साथ होता है।
अतः जीवन में विशुद्ध भाव से कार्य सम्पन्न करना आवश्यक है।