संस्कार

पानी जब तक हाथ में है तब तक कैसा भी आकार दे दो;
छूटने के बाद क्या आकार लेगा, कोई नहीं जानता ।

श्री रत्नसुंदर जी म.सा.

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One Response

  1. यह कथन बिलकुल सही है…संस्कार ही जीवन का आधार हैं, यदि संस्कार अच्छे हों, तो जीवन का कल्याण होगा ।

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