शुभोपयोग

शुभोपयोग उपादेय नहीं, उपयोगी है ।

मुनि श्री सुधासागर जी

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4 Responses

  1. दवा, दान, पूजा, व़त शील आदि शुभ राग और चित्त-प़साद रुप परिणाम होना शुभोपयोग होता है। अतः शुभोपयोग सर्वथा उपादेय नहीं है बल्कि उपयोगी है।

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