यह कथन सत्य है कि परछांई जब अपने कद से बडी दिखने लगे तो इसका मतलब सूरज अस्त हो रहा है।मनुष्य अपनी औकत से अधिक दिखाता है इसका मतलब अपनी औकात को क्षीण कर देता है।अतः जीवन में अपनी औकात में रहना चाहिए तभी उसका कल्याण होगा। Reply
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यह कथन सत्य है कि परछांई जब अपने कद से बडी दिखने लगे तो इसका मतलब सूरज अस्त हो रहा है।मनुष्य अपनी औकत से अधिक दिखाता है इसका मतलब अपनी औकात को क्षीण कर देता है।अतः जीवन में अपनी औकात में रहना चाहिए तभी उसका कल्याण होगा।