संवेदना
संवेदनशील ही सत्संग में जाकर सद्भावनाओं को परिष्कृत करता है ।
उससे आत्मशुद्धि कर, सिद्धि को प्राप्त करता है ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
संवेदनशील ही सत्संग में जाकर सद्भावनाओं को परिष्कृत करता है ।
उससे आत्मशुद्धि कर, सिद्धि को प्राप्त करता है ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
One Response
By sensitivity everybody can achive Siddhi in his life.