एक व्यक्ति ने अपने सारे Targets 60 साल के होने तक पूरे करने का संकल्प किया।
60 साल के होने पर उनसे पूछा – कौन कौन से पूरे हुये ?
जवाब था – एक सपना ही पूरा हुआ, वह था 60 वर्ष का होना।
सिर्फ देखने/सोचने से सपने पूरे नहीं होते, पुरुषार्थ करना होता है।
ब्र.नीलेश भाई
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जीवन में सपने चाहे सोने से हो जागृत अवस्था में हों,वह तब तक पूर्ण नहीं हो सकते हैं,जब तक उसको पूर्ण करने के लिए द्वढ निश्चय, संकल्प और पुरुषार्थ का होना परम आवश्यक है। अतः जीवन में कुछ भी कार्य पूर्ण करना है, उसके लिए पुरुषार्थ करना आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
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जीवन में सपने चाहे सोने से हो जागृत अवस्था में हों,वह तब तक पूर्ण नहीं हो सकते हैं,जब तक उसको पूर्ण करने के लिए द्वढ निश्चय, संकल्प और पुरुषार्थ का होना परम आवश्यक है। अतः जीवन में कुछ भी कार्य पूर्ण करना है, उसके लिए पुरुषार्थ करना आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।