समर्पण = सम(सत्य)+अर्पण ।
अर्पण का दर्पण से गहरा संबंध है,
दर्पण यानि देखकर कर चलना ।
बीज समर्पण करता है तो वटवृक्ष, बूँद < सागर,
जीव < परमात्मा बन जाता है ।
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3 Responses
परमात्मा बनने के लिए सच्चे गुरु के प़ति समपर्ण होना अनिवार्य है।समपर्ण का अर्थ अपने को पूरी तरह वचन, ज्ञान और बुद्वी को उनके प़ति समपर्ण करना होता है।
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परमात्मा बनने के लिए सच्चे गुरु के प़ति समपर्ण होना अनिवार्य है।समपर्ण का अर्थ अपने को पूरी तरह वचन, ज्ञान और बुद्वी को उनके प़ति समपर्ण करना होता है।
अर्पण का दर्पण से गहरा संबंध, kaise है? Pl. clarify karein?
अर्पण is offering .
दर्पण भी हमेशा offer मुद्रा में रहता है चाहे कोई अच्छा हो या बुरा/ चाहे कोई अच्छा बोले या बुरा ।