सम्बंध/बंध
सम्बन्ध को बस सम्बंध ही मानो तो फायदा,
यदि सम्बंध को बंध मान लिया तो नुकसान ही नुकसान (इस लोक का भी, और परलोक का भी) ।
चिंतन
सम्बन्ध को बस सम्बंध ही मानो तो फायदा,
यदि सम्बंध को बंध मान लिया तो नुकसान ही नुकसान (इस लोक का भी, और परलोक का भी) ।
चिंतन
5 Responses
Well, relationship with almighty either way would work very well
Uncle can the meaning of “bandh” be explained please?
पगली के बच्चा हुआ ,
उसने प्यार में भींचा, बच्चा मर गया।
सम्बन्धों में बंधन घातक होते हैं।
Kya bandh ka äbhpray “pragadh moha” se hai?
मोह तो बंध/बंधन का कारण है ही,
अन्य कारण भी होते हैं जैसे selfish interest etc.