सम्यग्दर्शन का मतलब सच्चे देव शास्त्र और गुरु के प्रति श्रदान होता है अथवा जिनेन्द्र भगवान के द्वारा कहे गए सात तत्त्वों के यथार्त श्रद्वान होना होता है। अतः उक्त कथन सत्य है कि सम्यग्दर्शन परिणति है, जबकि सम्यक्तव भाव होता हैं। Reply
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सम्यग्दर्शन का मतलब सच्चे देव शास्त्र और गुरु के प्रति श्रदान होता है अथवा जिनेन्द्र भगवान के द्वारा कहे गए सात तत्त्वों के यथार्त श्रद्वान होना होता है। अतः उक्त कथन सत्य है कि सम्यग्दर्शन परिणति है, जबकि सम्यक्तव भाव होता हैं।