सही दृष्टि
आँखें न मूँदो*,
आँखें भी न दिखाओ**,
सही देखना***।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
* अन्याय को नज़र अंदाज़ न करना।
** क्रोध/ घमंड नहीं करना।
*** यथार्थ देखना।
आँखें न मूँदो*,
आँखें भी न दिखाओ**,
सही देखना***।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
* अन्याय को नज़र अंदाज़ न करना।
** क्रोध/ घमंड नहीं करना।
*** यथार्थ देखना।
2 Responses
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने सही दृष्टि को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य को। अतः जीवन के कल्याण के लिए सही दृष्टि बनाये रखना परम आवश्यक है।
Bahut hi saral shabdon mein acharya shri ne ‘सही दृष्टि’ ki pehchaan bata di ! Namostu Gurudev !