सामूहिक
Fire Place में बीच में एक लकड़ी का बड़ा टुकड़ा जल रहा था। आसपास छोटे-छोटे टुकड़े धीरे-धीरे जल रहे थे।
बड़े टुकड़े को हटा दो तो छोटे-छोटे जल्दी बुझ जाते हैं,
छोटों को हटाने पर बड़ा भी ज्यादा देर प्रकाश/ गर्माहट नहीं दे पायेगा।
(ज्योति-देहली)
One Response
सामूहिक का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में परमार्थिक कार्यों को सामूहिक करना चाहिए ताकि स्वयं के साथ अन्य लोगों का भी फायदा हो। इससे जीवन का कल्याण हो सकता है!