सुख और उम्र
जिंदगी भर “सुख” कमाकर दरवाजे से घर में लाने की कोशिश करते रहे।
पता ही ना चला कि कब खिड़कियों से “उम्र” निकल गई !!
(अरुणा)
जिंदगी भर “सुख” कमाकर दरवाजे से घर में लाने की कोशिश करते रहे।
पता ही ना चला कि कब खिड़कियों से “उम्र” निकल गई !!
(अरुणा)
One Response
Very well said aunty. We should preserve “life” and forget about everything else. Ajivika toh humari chalegi hi.