अप्रैल फूल
हम पर 1 जनवरी का नववर्ष थोपा गया,
उस समय लोग विक्रमी संवत के अनुसार
1 अप्रैल से अपना नया साल मनाते थे,
आज भी हमारे बहीखाते और बैंक 31 मार्च को बंद होते हैं और 1 अप्रैल से शुरू होते हैं ।
जब भारत गुलाम था तो विक्रमी संवत का नाश करने के लिए साजिश करते हुए,
1 अप्रैल को मूर्खता दिवस “अप्रैल फूल” का नाम दे दिया ताकि हमारी सभ्यता मूर्खता लगे ।
याद रखो अप्रैल माह से जुड़े हुए ऐतिहासिक दिन और
त्यौहार…
1. हिन्दुओं का पावन महीना, इस दिन से शुरू होता है ।
(शुक्ल प्रतिपदा)
2. भारत के रीति-रिवाज, सब इस दिन के कलेण्डर
के अनुसार बनाये जाते हैं ।
One Response
यह कथन बिलकुल सही है…
अँग्रेज़ों ने भारतीय संस्कृति को मिटाने का काम किया है; अतः भारत में उस परंपरा को समाप्त करना चाहिए, एवं भारतीय संस्कृति का संरक्षण करना चाहिए ।