अर्थोपार्जन / अर्थ-पुरुषार्थ

पैसा तो चोर डाकू भी कमा लेते हैं, इसे अर्थोपार्जन कहेंगे;
नीति से कमाया धन अर्थोपार्जन नहीं, अर्थ-पुरुषार्थ कहलाता है ।

Share this on...

One Response

  1. यह कथन बिलकुल सत्य है…
    नीति से कमाया यानि धर्म से जुडकर कमाया धन ही अर्थ-पुरुषार्थ कहलाता है, तभी आपका कल्याण होगा ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives
Recent Comments

April 17, 2017

January 2025
M T W T F S S
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031