भगवान तो आशीर्वाद देते ही नहीं, गुरु देते हैं;
पर
प्रभाव तभी जब शिष्य की भक्ति में कशिश हो,
तथा भक्ति/विश्वास के अनुपात में ही प्रभाव होता है ।
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4 Responses
भगवान् की वाणी ही गुरुओं द्धारा दी जाती है।गुरुओं का आर्शीवाद तभी मिल सकता है जब उनके उपदेशों का पालन करता हो ।गुरुओं की भक्ती का मतलब उनके दिये उपदेशों का पालन करना तभी जीवन का कल्याण होगा।
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भगवान् की वाणी ही गुरुओं द्धारा दी जाती है।गुरुओं का आर्शीवाद तभी मिल सकता है जब उनके उपदेशों का पालन करता हो ।गुरुओं की भक्ती का मतलब उनके दिये उपदेशों का पालन करना तभी जीवन का कल्याण होगा।
What do we mean by “कशिश” in the above context,please?
Full/optimum intensity/concentration.
Okay.