असंयम


संघ की आर्यिका माताओं के दीक्षा-दिवस पर आर्यिका विज्ञानमति माता जी अपनी दीक्षा के समय के भावों को व्यक्त करते हुए कहा… “उस समय मुझे लग रहा था कि मेरी वृद्धावस्था सी आ गयी है । संयम तो 8 वर्ष पर लेना चाहिए था । 14 वर्ष असंयम में बिगाड़ दिये ।”

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One Response

  1. असंयम का तात्पर्य है कि व़त व समिति का पालन न करना,मन वचन काय की अशुभ प्रवृत्ति रहती है तथा इन्द़ियों को वश में नहीं रखना होता है, यानी पांचों इन्द़ियों पर नियंत्रण न करना होता है। अतः उपरोक्त उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है कि विज्ञानमति माता जी ने दीक्षा के समय से पूर्ण संयम का पालन किया है।

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