अहमेंद्रों को ब्रम्हचारी मानें या नहीं ?
त्याग की दृष्टि से ब्रम्हचारी नहीं क्योंकि संकल्प नहीं है।
ग्रहण की दृष्टि से ब्रम्हचारी मानें क्योंकि इंद्रियों की लिप्तिता जघन्य है।
चिंतन
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अहमेंद़ एवं ब़म्हचर्य की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में किसी आज्ञा का पालन करने के लिए संकल्प लेना परम आवश्यक है।
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अहमेंद़ एवं ब़म्हचर्य की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में किसी आज्ञा का पालन करने के लिए संकल्प लेना परम आवश्यक है।