करणानुयोग से…
1. ज्ञान का विस्तार होता है
2. केवलज्ञान पर विश्वास
3. रागद्वेष कम होता है।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
4. चंचल मन को शुभ में लगाये रखने के लिये बड़ा साधन है।
पं.रतनलाल बैनाड़ा जी
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4 Responses
करुणानुयोग लोक आलोक केवल और चारों गतियों के स्वभाव को बताने वाला शास्त्र है। अतः उपरोक्त उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है कि करुणानुयोग से ज्ञान का विस्तार होता है,केवलज्ञान पर विश्वास एवं राग द्वेष कम होता है, इसके अलावा चंचल मन को शुभ में लगाये रखने के लिए बड़ा साधन है।
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करुणानुयोग लोक आलोक केवल और चारों गतियों के स्वभाव को बताने वाला शास्त्र है। अतः उपरोक्त उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है कि करुणानुयोग से ज्ञान का विस्तार होता है,केवलज्ञान पर विश्वास एवं राग द्वेष कम होता है, इसके अलावा चंचल मन को शुभ में लगाये रखने के लिए बड़ा साधन है।
करणानुयोग से केवलज्ञान पर विश्वास aur रागद्वेष कम kaise होता है ?
ज्ञान का इतने विस्तार/accuracy के सामने विश्वास से नतमस्तक न होंगे!
इतनी बड़ी-बड़ी चीजों के आगे छोटी-छोटी बातों पर राग-द्वेष कम न होगा !
Okay.