कर्म बंध
कहते हैं – कर्म कर्म को खींचते हैं ।
पर चौदहवें गुणस्थान में तो कर्म सत्ता में हैं, पर आश्रव नहीं ?
कारण –
योग/निमित्त नहीं है ।
चिंतन
कहते हैं – कर्म कर्म को खींचते हैं ।
पर चौदहवें गुणस्थान में तो कर्म सत्ता में हैं, पर आश्रव नहीं ?
कारण –
योग/निमित्त नहीं है ।
चिंतन