कृपादृष्टि
जरा न चाहूँ *,
अजरामर** बनूँ
नज़र*** चाहूँ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
* वृद्धावस्था
** अजर-अमर
*** गुरु/ भगवान की कृपा-दृष्टि
जरा न चाहूँ *,
अजरामर** बनूँ
नज़र*** चाहूँ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
* वृद्धावस्था
** अजर-अमर
*** गुरु/ भगवान की कृपा-दृष्टि
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आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी का कृपादृष्टि का उदारण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! जीवन में कृपादृष्टि के लिए भगवान एवं गुरुओं पर श्रद्धान करना एवं उनके बताए गये मार्ग पर चलते हैं!